उत्तराखण्ड

उच्च प्राथमिक विद्यालय जौरासी में शिक्षकों ने स्वयं के संसाधनों से विद्यालय को दी नयी पहचान, क्षेत्र में बना चर्चा का विषय

उच्च प्राथमिक विद्यालय जौरासी में शिक्षकों ने स्वयं के संसाधनों से विद्यालय को दी नयी पहचान, क्षेत्र में बना चर्चा का विषय

सन्तोष सिंह नेगी/ चमोली जिले के विकासखंड पोखरी के उच्च प्राथमिक विद्यालय जौरासी का विद्यालय सुन्दरता को लेकर चर्चा बनी हुई है। कुछ लोग अपनी जिम्मेदारियों से भागते हैं तो कुछ लोग ऐसे भी होते हैं जो अपनी जिम्मेदारी के साथ ही कुछ ऐसा कर जाते हैं जो समाज में अलग ही पहचान बना देता है. उन्हीं में से उच्च प्राथमिक विद्यालय जौरासी जो इन दिनों चर्चा का विषय बने हुए हैं।जहां शिक्षकों ने अपने स्वयं के संसाधनों से स्कूल के दीवारों पर उकेरी खूबसूरत कलाकृतियां एवं स्कूलों के सुन्दर फूलों का गार्डन बना हुआ है।

जो स्कूल की खुबसूरती को और बढ़ा देता है
प्रधानाध्यापक चन्द्र प्रकाश ‌नौटियाल ने बताया
जर्जर हो चुकी इमारत की दीवारों को सही करने में कई साल लगे तब जाकर स्कूल की सही स्थिति बनी है। उन्होंने कहा जिसमें शिक्षक डॉ बृजेन्द्र कठैत और अन्य शिक्षकों के सहयोग से विद्यालय में सुन्दर फूलों के अलग-अलग रंग, आकार और आकृति के फूलों को लगाने में सहयोग मिला है। इस समय विद्यालय में पचास से अधिक प्रजाति के फूल है। विद्यालय में छात्र छात्राओं की संख्या 38 है और जो गरीब छात्र छात्राएं है उनको शिक्षकों के सहयोग से संसाधन पूरे की जाते है। प्रत्येक साल विद्यालय के छात्र छात्राएं प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग करते हैं।

शिक्षक डॉ बृजेन्द्र कठैत ने कहा हमारा उद्देश्य पहले से रहा स्कूल के संसाधनों के साथ छात्र छात्राओं को सांस्कृतिक, बौद्धिक के साथ शारीरिक ज्ञान देना रहा है जिसे बच्चे हर प्रतियोगिताओं में भाग ले सकें। उन्होंने कहा जबकि विद्यालय भवन को लेकर कई बार दिया गया है लेकिन किसी भी जनप्रतिनिधि ने जब संज्ञान नही लिया तो तब स्वयं के संसाधनों से विद्यालय को सही करने का संकल्प लिया और विद्यालय को एक नई पहचान दी है।