क्या विधायक की धर्मपत्नी भतीजे की धर्मपत्नी के लिए छोड़ेंगी सीट
लव कुमार शर्मा, हरिद्वार/ वार्ड 42 वाल्मीकि बस्ती से इस बार कांग्रेस से कौन प्रत्याशी होगा। ज्ञात हो कि पिछली बार कांग्रेस की दीपिका बहादुर ने जीत हासिल की थी। दीपिका ज्वालापुर विधानसभा से विधायक रवि बहादुर की धर्मपत्नी हैं। लोगों में एक सवाल घूम रहा है कि क्या निवर्तमान पार्षद दीपिका बहादुर इस बार भी चुनाव में उतरेंगी या सीट किसी दूसरे के लिए छोड़ेंगी। सूत्रों की माने तो विधायक का भतीजा भी इस बार अपनी धर्मपत्नी को पार्षद का चुनाव लड़ाने के लिए जोर लगा रहा है। ऐसे में क्या निवर्तमान पार्षद दीपिका बहादुर भतीजे की पत्नी के लिए सीट छोड़ेंगी। रवि बहादुर के विधायक बनने के बाद उनका भतीजा भी राजनीति में उतरना चाहता है। जिला पंचायत चुनाव में भतीजे ने बोडाहेड़ी से चुनाव लड़ने की इच्छा जाहिर की थी तब भी स्थानीय ग्रामीणों ने दीपिका बहादुर को चुनाव लड़वाने के लिए विधायक पर जोर डाला था लेकिन विधायक नहीं माने थे। उन्होंने ना तो अपनी धर्मपत्नी को और ना ही भतीजे को जिला पंचायत का प्रत्याशी बनाया था।
अब एक बार फिर से भतीजा चुनाव की तैयारी कर रहा हैं। सूत्रों की माने तो विधायक वैसे तो अपनी धर्मपत्नी को चुनाव लड़वाने के पक्ष में हैं लेकिन भतीजे द्वारा जोर डालने पर विधायक पीछे हट रहे। सूत्रों की मानें तो स्थानीय लोगों में निवर्तमान पार्षद दीपिका बहादुर के प्रति अधिक सहानुभूति है। उनका पांच वर्ष का कार्यकाल बहुत साफ और बेदाग छवि का रहा। अभी भी लोग चाहते हैं कि सरल स्वभाव की दीपिका बहादुर ही चुनाव लड़े। उनके द्वारा क्षेत्र में कार्य भी करवाए गए। अगर भतीजा अपनी धर्मपत्नी के लिए टिकट लेने में कामयाब होता हैं तो देखना होगा क्या वार्ड की जनता उसे भी उतना ही समर्थन और वोट देगी जितना दीपिका को दिया।