महानिर्वाणी अखाड़े में विजय दशमी पर शस्त्रों की पूजा
लव कुमार शर्मा, हरिद्वार/ विजयदशमी पर कनखल स्थित महानिर्वाणी अखाड़े में साधु संतों द्वारा शास्त्रों का पूजन किया गया। इस अवसर पर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष रविंद्र पुरी महाराज ने कहा कि वैदिक परम्परा के अनुसार शस्त्र पूजन का विधान है। भगवान ने जब भी अवतार लिए शस्त्रों को धारण किया है।
राष्ट्र धर्म को बचाने के लिए ब्राह्मणों, साधुओं ने शस्त्रों को धारण किया। आदि शंकराचार्य की परंपरा को आगे बढ़ाया जा रहा है। उसी परंपरा को निभाते हुए महानिर्वाणी अखाड़ा भी विजयदशमी पर प्रत्येक वर्ष शस्त्रों की पूजा करता आ रहा है। इस दिन पवित्र सूर्य प्रकाश और भैरव प्रकाश दो भालों की वैदिक रीति से नागा संन्यासियों द्वारा पूजा की जाती है। शास्त्रों के साथ साथ शस्त्र भी आवश्यक हैं। राष्ट्र, सनातन को बचाने के लिए इनका उपयोग किया जाता है।