हरिद्वार / आज न्यू हरिद्वार चंद्राचार्य चौक व्यापार मंडल के व्यापारियों ने बी एच ई एल के जीएम HR आलोक शुक्ला से मुलाकात की व जलभराव की समस्या को लेकर एक ज्ञापन दिया। चंद्राचार्य चौक व्यापार मंडल की अध्यक्ष मृदुल कौशिक ने बताया कि बी एच ई एल टाउनशिप के सेक्टर वन, सेक्टर दो, ईटी हॉस्टल, मेडिकल कॉलोनी आदि का बरसाती पानी नाली नालों से होता हुआ एक छोटी नहर के रूप में बन जाता है और वह भगत सिंह चौक पर शहर के नाले से मिलता है। शहर के नाले की क्षमता इतनी नहीं है कि वह ज्वालापुर शिव लोग आदि कॉलोनियों का पानी के साथ साथ बएचएल की तरफ से आने वाले पानी को भी निकाल सके ।
बीएचईएल का आने वाला पानी इतना ज्यादा होता है कि वह शहर के नाले में नहीं आता और शहर की सड़कों पर बहता हुआ मध्य हरिद्वार में तबाही मचाता हुआ दुकानों में घुस जाता है जिससे प्रतिवर्ष व्यापारियो व आम जनता को लाखों करोड़ों का नुकसान होता है। महामंत्री दीपक अग्रवाल ने कहा कि मध्य हरिद्वार में अधिकांश निवासी बी एच ई एल के पूर्व या वर्तमान कर्मचारी हैं जिनके यहां बरसाती पानी सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाता है। बी एच ई एल टाउनशिप में नालों की सफाई नहीं होने के कारण बीएचईएल के नालों में जमा कूड़ा करकट सीधे बरसाती पानी के साथ हरिद्वार के नालों में आकर फस जाता है जिस कारण पानी निकासी सही ढंग से नहीं हो पाती है।
कोषाध्यक्ष सुनील गुलाटी ने कहा कि बीएचईएल द्वारा पूर्व में तालाब बनवाए गए थे जो कि बिल्कुल बेकार साबित हुए हैं। बारिश का पानी जो अधिकांश आता था वह उन तालाबों में ना जाकर सीधा पूर्व की भांति बी एच ई एल के नालों द्वारा छोटी नहर में एकत्र हो भगत सिंह चौक के पास आ शहर के नालों में मिलता है।भेल को इस ओर भी ध्यान देना चाहिए कि बारिश का पानी उन तालाबों में क्यों नहीं जाता है। इस पर जीएम एचआर आलोक शुक्ला द्वारा सकारात्मक रुख दिखाया गया वह अपने टाउनशिप के इंजीनियर इत्यादि को समस्या के संदर्भ में बुलाकर उन्हें एक मीटिंग रखी गई है जिसमें इन समस्याओं पर विचार करने के लिए व्यापार मंडल को बुलाया गया है। ज्ञापन देने वालों में सतनाम भाटिया, दीपांकर चक्रपाणि, पवन दवे, उपेंद्र शर्मा विक्रम सिद्धू , शिवांकर चक्रपाणि, प्रमोद सूद, संजय द्विवेदी आदि व्यापारी उपस्थित थे