लव कुमार शर्मा, हरिद्वार/ सिक्खों के छठे गुरु गुरु हरगोबिंद साहिब के प्रकाशोत्सव पर कनखल स्थित निर्मल संतपुरा आश्रम गुरुद्वारे में महान कीर्तन दरबार कार्यक्रम आयोजित किया गया। जिसमे भाई ब्रह्मजोत सिंह द्वारा कीर्तन सुनाकर श्रद्धालुओं को निहाल किया गया। इस दौरान रहरास साहिब का पाठ, लडीवार गुरबाणी कथा का भी आयोजन किया गया।
इस अवसर पर निर्मल संतपुरा आश्रम के संचालक संत जगजीत सिंह शास्त्री ने कहा कि गुरु हरगोबिन्द साहिब बहुत परोपकारी योद्धा थे। उन्होंने शास्त्र और शस्त्र की शिक्षा ली। उनका जीवन दर्शन जन-साधारण के कल्याण से जुडा हुआ था। जुल्म के खिलाफ आवाज उठाई और लोगों को शिक्षित किया। उन्हें बंदीछोड दाता भी कहा जाता है। सिख लहर को प्रभावशाली बनाने में गुरु हरगोबिंद साहिब का अद्वितीय योगदान रहा। इस अवसर पर संत बलजिंदर सिंह, संत मंजीत, संत त्रिलोचन सिंह, रणजीत सिंह, बलजीत सिंह, परमिंदर सिंह, टेक सिंह, लव कुमार शर्मा, अमरीक सिंह, महेंद्र सिंह, बलकार सिंह आदि उपस्थित थे।