उत्तराखण्ड हरिद्वार

अगर आप भी हैं फ्रेंडशिप ऐप पर तो हो जाएं सावधान, हो सकते हैं लूट का शिकार

जीआरपी ने फ्रेंडशिप एप के जरिए लूटपाट करने वाले गिरोह के तीन सदस्य गिरफ्तार किए

सिद्धू, हरिद्वार / फ्रेंडशिप एप गिरण्डर पर फेक प्रोफाइल बनाकर दोस्ती बढ़ाने के नाम पर लूटपाट करने वाले गिरोह का खुलासा करते हुए जीआरपी ने गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार किया है। लूटपाट का शिकार हुए बिहार निवासी युवक द्वारा सीएम हेल्पलाईन पर दर्ज करायी गयी शिकायत पर कार्रवाई करते हुए जीआरपी ने आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरोह के तीन सदस्य अभी फरार हैं। जिनकी पुलिस तलाश कर रही है।

एसपी जीआरपी अजय गणपति कुम्भार ने पत्रकारवार्ता के दौरान खुलासा करते हुए बताया कि बीती मई में बिहार निवासी ऋषभ के साथ लूट की वारदात हुई थी। आरोपियों ने गिरण्डर नाम की फ्रेंडशिप ऐप पर फेक प्रोफाइल के जरिए युवक से बात की और उसे मिलने के लिए हरिद्वार बुलाया। जब वह ट्रेन से हरिद्वार पहुंचा तो गिरोह के दो सदस्य उसे अपने साथ बैरागी कैंप ले गए। जहां चार लोग पहले से मौजूद थे। सबने युवक के साथ मारपीट कर उससे कैश, एटीएम और गोल्ड चेन छीन ली।

 

ऋषभ के अलग-अलग थानों में शिकायत देने पर भी जब कार्रवाई नहीं हुई तो उसने सीएम हेल्पलाइन में मामले की शिकायत की। इसके बाद मामला जीआरपी पुलिस को ट्रांसफर होने के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए गिरोह के तीन सदस्यों विनीत कुमार कटारिया पुत्र धर्मेंद्र कुमार निवासी मंडावर जिला बिजनौर यूपी हाल निवासी रामधाम कालोनी रावली महदूद, उत्तम कुमार पुत्र गौरव कुमार निवासी गायत्री विहार, निकट आशियाना होटल सराय रोड ज्वालापुर व रविकांत पुत्र नेत्रपाल निवासी हैदर नगर थाना तितावी मुजफ्फरनगर यूपी हाल निवासी रामधाम कालोनी शिवालिक नगर को गिरफ्तार कर लिया। घटना में शामिल रहे तीन आरोपी मुजफ््फरनगर निवासी विनीत राणा व अर्जुन निवासी रावली महदूद फरार है। एक अन्य मोनू पाल वर्तमान में लूट के मामले में जेल में बंद हैं।

 

आरोपियों के कब्जे से 7 हजार रुपए, एक मोटरसाइकिल और 4 मोबाईल फोन बरामद हुए हैं। एसपी अजय गणपति कुम्भार ने बताया कि आरोपी बेहद शातिर हैं। गिरण्डर एप पर फर्जी आईडी बनाकर लोगों को झांसे में लेकर शिकार बनाते हैं। पुलिस की जांच में सामने आया है कि आरोपी पहले भी इस तरह की वारदात को अंजाम दे चुके हैं। फरार आरोपियों को भी जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। इस दौरान अपर पुलिस अधीक्षक जीआरपी अरूणा भारती भी मौजूद रही। आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली पुलिस टीम में थानाध्यक्ष जीआरपी अनुज सिंह, जीआरपी एसओजी प्रभारी एसआई विनय मित्तल, कांस्टेबल दीपक चैधरी, विनीत कुमार, मनोज व प्रदीप शामिल रहे।