उत्तराखण्ड हरिद्वार

युवा इंटक ने किया नए श्रम कानून लागू करने का विरोध


हरिद्वार / महानगर युवा इंटक के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने महानगर अध्यक्ष मोनिक धवन के नेतृत्व में असिस्टेंट लेबर कमिश्नर को ज्ञापन देकर चार नई श्रम संहिताओं को लागू करने का विरोध किया है। मोनिक धवन ने बताया कि वर्ष 2019 में संसद से पारित कराए गए चार नए श्रम कानूनों को लागू करने की तैयारी की जा रही है। नए श्रम कानूनों में 8 घंटे के बजाए 12 घंटे काम करने का प्रावधान किया गया है। साथ ही चार दिन काम करने के बाद तीन दिन के अवकाश का प्रावधान भी किया गया है। जो किसी भी तरह से व्यवहारिक नहीं है। सभी श्रमिकों की क्षमता 12 घंटे काम करने की नहीं होती है। 12 घंटे काम करने पर श्रमिकों को शारीरिक और मानसिक परेशानी का सामना करना पड़ेगा। उन्होंने बताया कि नए श्रम कानून लागू होने पर कर्मचारियों के हाथ में आने वाले सैलरी भी कम हो जाएगी। उन्होंने कहा कि नए श्रम कानून किसी भी प्रकार से व्यवहारिक नहीं है। श्रमिकों के हितों को देखते हुए इन्हें लागू नहीं किया जाना चाहिए। ज्ञापन देने वालों में प्रदेश महामंत्री राजेश रस्तोगी, मंजू रानी, लक्ष्मी मिश्रा, विनोद, पूजा अरोड़ा, ओम कुमारी मीणा, सत्यनारायण शर्मा, एडवोकेट अनुराग चैधरी आदि शामिल रहे।