उत्तराखण्ड हरिद्वार

युवा कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष और पदाधिकारियों के बीच ठनी

युवा कांग्रेस में प्रदेश अध्यक्ष और पदाधिकारियों के बीच ठनी

प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारी द्वारा नियुक्तियों का हो रहा विरोध

 

लव कुमार शर्मा, हरिद्वार/ जिले में युवा कांग्रेस में क्या चल रहा है यह स्वयं पदाधिकारियों को भी नहीं मालूम। कौन किसको पद वितरित कर रहा है किसी को नहीं पता। युवा कांग्रेस रामभरोसे चल रही। जिलाध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों से अधिक प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी जिले में दिलचस्पी दिखा रहे। पिछले कुछ महीने पहले प्रदेश अध्यक्ष द्वारा एक जिला उपाध्यक्ष को कार्यकारी जिला अध्यक्ष नियुक्त किया गया। अभी पदाधिकारी कुछ समझे ही नहीं थे कि अब हरिद्वार महानगर अध्यक्ष भी नियुक्त कर दिया गया। जिसके बारे में जिलाध्यक्ष, विधानसभा अध्यक्ष और अन्य पदाधिकारियों को खबर ही नहीं। उनको भी सोशल मीडिया के माध्यम से जानकारी हासिल हुई।

 

प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी जिले में नियुक्तियां कर रहे और जिलाध्यक्ष, विधानसभा अध्यक्ष को सूचना ही नहीं। इससे यही जाहिर होता है कि युवा कांग्रेस में सबकुछ ठीक नहीं है। वहीं पदाधिकारियों का कहना है कि उन्होंने चुनाव लड़कर पद हासिल किया है और नियुक्तियों का अधिकार भी उनका है लेकिन प्रदेश अध्यक्ष और प्रदेश प्रभारी की कार्यशैली ठीक नहीं है। जिले में किसे उपाध्यक्ष, महानगर अध्यक्ष, सचिव आदि जिसकी भी नियुक्ति करनी है सभी से विचार विमर्श कर की जाती है। एक पदाधिकारी का तो यहां तक कहना है कि प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारी किसी के इशारे पर कार्य कर रहे। दोनो रुड़की जिले में नियुक्तियां क्यों नहीं करते। अभी तक रुड़की जिले में किसी को भी कार्यकारी जिलाध्यक्ष या महानगर अध्यक्ष नियुक्त नहीं किया गया। सारा फोकस हरिद्वार जिले में ही है। सूत्रों की माने तो प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारी के खिलाफ युवा कांग्रेस में बगावत भी होने वाली है। पूर्व के कार्यकाल में भी इसी प्रकार प्रदेश अध्यक्ष के खिलाफ एक बार बगावत हो चुकी है। तब भी उन्होंने जिसे महानगर अध्यक्ष बनाया वह बीजेपी में चला गया चाहे वह हरिद्वार से हो या ऋषिकेश से हो। उस दौरान प्रदेश अध्यक्ष द्वारा बिना किसी पदाधिकारी को अपने पक्ष या सहमति में लिए पद बांटना भारी पड़ गया था। कार्यकर्ताओं का कहना है कि प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारी मिलकर हरिद्वार में जातिगत राजनीति कर रहे और उनके टारगेट पर सिर्फ हरिद्वार जिला है। दोनो को हरिद्वार आने पर काले झंडे भी दिखाए जा सकते हैं।

 

पदाधिकारियों का कहना है कि जिस व्यक्ति ने अभी हाल ही में कांग्रेस की सदस्यता ली हो उसे एकाएक महानगर अध्यक्ष बनाना पुराने कार्यकर्ताओं के साथ अन्याय है। पुराने कार्यकर्ता बरसों से पार्टी का झंडा उठाकर घूम रहे उन्हें प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारी द्वारा दरकिनार किया जा रहा। अध्यक्ष और प्रभारी किसके दबाव या इशारे पर कार्य कर रहे। वहीं प्रदेश अध्यक्ष और प्रभारी का कहना है कि नियमानुसार कार्य हो रहा है कहीं भी कोई बगावत नहीं है।