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स्वामी रामदेव कब और कहां कर रहे गुरुकुल महाकुंभ का आयोजन : देखें वीडियो

स्वामी रामदेव कब और कहां कर रहे गुरुकुल महाकुंभ का आयोजन

लव कुमार शर्मा, हरिद्वार/ योगगुरु स्वामी रामदेव पतंजलि योगपीठ के बाद अब स्वामी दर्शनानंद गुरुकुल महाविद्यालय की स्थापना करने जा रहे। 6 जनवरी को आयोजित होने वाले भव्य कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, उत्तराखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान के मुख्यमंत्री, बीजेपी प्रवक्ता सुधांशु आदि पहुंच रहे हैं।

पत्रकारवार्ता के दौरान स्वामी रामदेव ने कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती की 200 वी जयंती और स्वामी दर्शनानंद की जयंती पर गुरुकुल का महाकुंभ होगा जिसमे लगभग 50 हजार लोग प्रतिभाग करेंगे। देश की आजादी में गुरुकुल की अहम भूमिका रही है। गुरुकुल 118 वर्ष पुरानी विरासत है जिसे स्वामी दर्शनानंद और महर्षि दयानंद सरस्वती के नाम से जाना जाता है।

उन्होंने कहा कि इस भूमि पर श्रेष्ठम विद्या, महर्षि दयानंद के नाम अतिथि भवन, पृथ्वीराज चौहान की प्रतिमा, कम्यूनिटी सेंटर, पतंजलि वेलनेस सेंटर, सुपर स्पेशलिटी अस्पताल बनेगा। गुरुकुल महाविद्यालय का गौरवशाली इतिहास रहा है। महाविद्यालय खुलने से लोगों को रोजगार मिलेगा। नया इतिहास, कीर्तिमान रचा जाएगा।

स्वदेशी आंदोलन की धरती पतंजलि बनी। उन्होंने कहा कि देश को आर्थिक गुलामी से बचाना है। टॉप 50 कंपनी की सूची में पतंजलि है। शिक्षा की बड़ी क्रांति का मुख्य केंद्र पतंजलि है। मकाले शिक्षा पद्धति का विकल्प भारतीय शिक्षा होगा। विदेशी शिक्षा के स्थान पर स्वदेशी शिक्षा का गठन किया गया। राम मंदिर पर उन्होंने कहा कि जिसको निमंत्रण मिला उनको जाना चाहिए जिसे नहीं मिला उनको भी जाना चाहिए।

राम सभी के हैं। काशी विश्वनाथ, मथुरा जन्मभूमि पर कोई विवाद नहीं होना चाहिए। आपसे सहयोग, सद्भाव, संवाद से दूसरे पक्ष द्वारा भूमि सनातन पक्ष को सौंपनी चाहिए। राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए राम के बारे में गलत बोलने वालों का राजनीतिक मोक्ष जल्दी हो जाएगा।

आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि कार्यक्रम की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी है। पतंजलि धीरे धीरे लोगों को स्वदेशी के प्रति जागरूक करने का कार्य कर रहा है। शिक्षा, सनातन धर्म को युग धर्म के रूप में आगे बढ़ रहे। स्थानीय लोगों को भी गौरव का अनुभव हो रहा। पतंजलि में विद्वान सन्यासी तैयार हो रहे।