लव कुमार शर्मा, हरिद्वार/ कनखल स्थित बड़ा उदासीन अखाड़े में संतो के बीच विवाद तो चल ही रहा था अब इसमें पूर्व कैबिनेट मंत्री और विधायक मदन कौशिक का भी नाम जुड़ गया। अखाड़े के संतों ने विधायक मदन कौशिक को अखाड़ों की संपत्ति से दूर रहने की सलाह देते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से विधायक के खिलाफ शिकायत करने की बात भी कही। महामण्डलेश्वर स्वामी रूपेन्द्र प्रकाश ने कहा कि अखाड़े की एक परंपरा है और जो भी संत व्यवसायिक गतिविधियों में संलिप्त पाए गए उन्हें निष्काशित किया गया है। उन्होंने कहा कि विधायक मदन कौशिक को अखाड़े की सम्पत्तियों पर कुदृष्टि रखना और हस्तक्षेप नहीं करना चाहिए। उनके इस बर्ताव से बीजेपी को नुकसान होगा। मदन कौशिक रघुमुनि के साथ खड़े हैं जो कि गलत है। विधायक की गतिविधियों से संत नाराज हैं। संतों की पीड़ा और व्यथा को संगठन और सरकार को सुनना चाहिए। महामंडलेश्वर स्वामी प्रबोधानंद गिरी ने कहा कि विधायक और सांसद इसी कार्य में लगे हुए हैं कि धर्मनगरी के आध्यात्मिक स्वरूप को कैसे बिगाड़ा जाए। उन्हें नैतिकता के आधार पर संतों से माफी मांगनी चाहिए।
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