ऐतिहासिक निर्मल विरक्त कुटिया गुरुद्वारे में मनाया गया प्रकाशोत्सव
लव कुमार शर्मा, हरिद्वार/ कनखल क्षेत्र निर्मल विरक्त कुटिया स्थित ऐतिहासिक गुरुद्वारे में प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी प्रथम गुरु गुरु नानक देव जी का 555वा प्रकाशोत्सव धूमधाम से मनाया गया। प्रकाशोत्सव समागम में हजारों श्रद्धालुओं ने पहुंचकर श्री गुरु ग्रन्थ साहिब के आगे माथा टेका। इस दौरान कथावाचक ज्ञानी जसवंत सिंह मंजी साहिब दरबार साहिब अमृतसर वाले ने कथा सुनाकर और रागी जत्थे भाई हरप्रीत सिंह, भाई गुरप्रीत सिंह ने कीर्तन सुनाकर संगत को निहाल किया। इस अवसर पर बाबा सुल्तान सिंह लाड़ी पौंटा साहिब और बाबा पंडत ने शुभकामनाएं देते हुए कहा कि गुरु नानक देव जी ने देश विदेश में धर्म का प्रचार किया। उन्होंने ऐसा धर्म स्थापित किया जिसमें भेदभाव का कोई स्थान नहीं है। उनके द्वारा 20 रुपए से शुरू किया गया लंगर कभी किसी को भूखे पेट नहीं सोने देता। आपसी भाईचारे से समाज और देश आगे बढ़ता है।
इस अवसर पर सूबा सिंह ढिल्लो, मालक सिंह, उज्जल सिंह, सुखदेव सिंह, सोनू सिंह, सतपाल सिंह चौहान, जसवंत सिंह, हरविंदर सिंह, हरजिंदर सिंह, नवजिंदर सिंह, मंजीत सिंह, अमृत सिंह, गुरमेज सिंह, निहाल सिंह, सूरत सिंह ढिल्लो, आकाश, हरविंदर सिंह घुम्मन, भारतीय किसान यूनियन अध्यक्ष विजय कुमार शास्त्री, मदन फौजी, लवकुश, सुखराम पाल सिंह, कालूराम, सुधीर, अरविंद, अनिल सुखीजा, रिंकू पाल, जसवंत सिंह, अमरीक सिंह, प्रीतपाल सिंह, इकबाल सिंह, हरदीप सिंह, परमिंदर सिंह, विक्रम सिंह आदि हजारों श्रद्धालु उपस्थित थे।