उत्तराखण्ड हरिद्वार

दिल्ली में केदारनाथ मंदिर बनाने का किया विरोध

दिल्ली में केदारनाथ मंदिर बनाने का किया विरोध

 

लव कुमार शर्मा, हरिद्वार/ केदारनाथ मंदिर से छेड़छाड़ करने के विरोध में कांग्रेस ने भाजपा सरकार का पुतला दहन किया। शिवमूर्ति चौक पर प्रदर्शन के दौरान महानगर अध्यक्ष अमन गर्ग व स्वतंत्रता संग्राम सेनानी उत्तराधिकारी प्रकोष्ठ के प्रदेश अध्यक्ष मुरली मनोहर ने कहा कि भगवान केदारनाथ मंदिर से करोड़ों हिंदुओं की आस्था जुडी हुई है। उत्तराखंड मुख्यमंत्री दिल्ली में केदारनाथ मंदिर का निर्माण कराकर प्रदेश के करोड़ों लोगों की आस्था के साथ खिलवाड़ करने का काम कर रहे है। इसी के साथ उत्तराखंड सरकार ने पुरातत्व विभाग के नियमों की अनदेखी करने का काम किया है जो कि घोर अपराध है। पूर्व विधायक रामयश सिंह व महेश प्रताप राणा ने कहा कि बाबा केदारनाथ का मंदिर कहीं और बनाना यह तीर्थ की मर्यादा के खिलाफ है साथ ही धामों के प्रति लोगों की आस्था पर प्रहार भी है।इससे तो अच्छा होता कि उत्तराखंड के मुख्यमंत्री केदारनाथ में आने वाले तीर्थ यात्रियों को और अधिक सुविधा उपलब्ध कराने का कार्य करते।
पूर्व प्रदेश महासचिव यूथ कांग्रेस वरुण बालियान और निवर्तमान पार्षद राजीव भार्गव ने कहा कि उत्तराखंड में चार धाम यात्रा का बड़ा महत्व है। उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में रह रहे लोगों के लिए चार धाम यात्रा ही रोजगार का एकमात्र विकल्प है। उत्तराखंड के पहाड़ी इलाकों में पलायन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। एक तरफ उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पलायन रोकने की बात करते हैं और दूसरी तरफ केदारनाथ मंदिर का निर्माण दिल्ली में किया जाता है तो पहाड़ी इलाकों से बहुत अधिक मात्रा में पलायन होना शुरू हो जाएगा। महिला कांग्रेस शहर अध्यक्ष लता जोशी और प्रदेश सचिव महिला कांग्रेस शशि झा ने कहा कि भाजपा सरकार तीर्थों का अपमान कर करोड़ों श्रद्धालुओं की भावना को ठेस पहुंचा रही है। जिसके लिए देश की जनता उन्हें माफ नहीं करेगी।
प्रदर्शन करने वालों में मुख्य रूप से वरिष्ठ नेता सोम त्यागी, महानगर महासचिव तरूण व्यास, विजय प्रजापति, ब्लाॅक कार्यकारी अध्यक्ष नितिन यादव, दिनेश वालिया, ऋषभ वशिष्ठ, करन सिंह राणा, जाशिद अंसारी, अतुल गोसाईं, एलएस रावत, अरूण राघव, नवीन सैंस, कमल अग्रवाल, महेश वैश्य, विकास गुप्ता, अमन गौड़, नितिन कश्यप, तुषार सिंह, मोनू कुमार, सोनू शर्मा आदि कांग्रेस जन उपस्थित रहे।