(चुनावी चौपाल )
किस निवर्तमान पार्षद के पक्ष में आवेदनकर्ता छोड़ सकते हैं दावेदारी
लव कुमार शर्मा, हरिद्वार/ निकाय चुनाव के लिए कल से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। अभी तक बीजेपी कांग्रेस से किसी के भी टिकट का फाइनल नहीं हुआ। आवेदनकर्ता सभी आस लगाए बैठे हैं। आज शाम तक नाम सामने आ जाएंगे। प्रत्येक वार्ड से कई दावेदार हैं ऐसे में राजनीतिक दलों को एक नाम छांटने में देर हो रही है। वार्ड 42 से भी कई दावेदार कांग्रेस से टिकट मांग रहे लेकिन जनता की पहली पसंद निवर्तमान पार्षद दीपिका बहादुर है। स्थानीय लोग चाहते हैं कि दीपिका बहादुर एक बार फिर से चुनाव लड़े। सूत्रों की माने तो उनके भतीजे की धर्मपत्नी चुनाव मैदान में उतर रही हैं। उनका भतीजा इस बार चाची की जगह अपनी धर्मपत्नी को प्रत्याशी बनाना चाहता है जिसके लिए निवर्तमान पार्षद के विधायक पति भी मान गए हैं।
सूत्र बताते हैं कि कई दावेदारों इस ओर भी हैं अगर दीपिका बहादुर चुनाव में उतरती हैं तो वह अपना आवेदन वापस ले लेंगे। ऐसा नहीं होने पर निर्दलीय भी लड़ सकते हैं। अगर निर्दलीय लड़े तो जो भी दीपिका बहादुर की जगह चुनाव लड़ेगा उसके लिए थोड़ा मुश्किल हो जाएगा। उनका यह भी कहना है कि पहला हक सीटिंग पार्षद का है अगर पार्टी उनका टिकट काटती है तो फिर परिवार के किसी अन्य को ना देकर किसी कार्यकर्ता को टिकट मिलना चाहिए जिसने पार्टी के लिए कार्य किया। सूत्रों की मानें तो विधायक के समर्थक भी चाहते हैं कि दीपिका बहादुर ही चुनाव लड़े। वार्ड 42 आरक्षित सीट है और टिकट दलित से होता है लेकिन जीत सोनिया बस्ती से ही होती है। सोनिया बस्ती वाले भी दीपिका के पक्ष में हैं। हो सकता है आखिरी समय पर दीपिका ही चुनाव लड़े।