उत्तराखण्ड

प्रदेश के चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डा0 धनसिंह रावत ने 21 असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर नवनियुक्त हुयेे डाक्टरों को नियुक्ति पत्र सौंपा

हल्द्वानी
डा0 धनसिंह रावत ने राजकीय मेडिकल कालेज में 2 करोड 84 लाख की लागत से माइक्रोबाइलोजी विभाग में स्थापित नेक्स्ट जनरेशन सीक्वेंसिंग लैब का किया लोकार्पण।
म्ंात्री डा0 रावत ने कहा कि प्रदेश सरकार स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ बनाने के लिए लगातार कार्य कर रही है। उन्होंने कहा प्रदेश में जिन चिकित्सालयों में डाक्टरों की कमी है वहां पर शतप्रतिशत चिकित्सक की तैनाती की जा रही है। उन्होंने कहा प्रदेश के समस्त मेडिकल कालेजों में 171 असिस्टेंट प्रोफेसरों की नियुक्ति कर दी गई है साथ ही प्रदेश के समस्त मेडिकल कालेजों में शीघ्र ही शतप्रतिशत फैकल्टी उपलब्ध करा दी जायेगी तथा जल्द ही प्रदेश कि चिकित्सालयों में 3000 नर्सिंग स्टाफ की वर्षवार नियुक्ति की जायेगी।
मेडिकल कालेज मेें माइक्रोबाइलोजी विभाग में स्थापित नेक्स्ट जनरेशन सीक्वेंसिंग लैब स्थापित हो जाने से नेक्स्ट-जेनरेशन सीक्वेंसिंग (एन.जी) एक व्यापक समानांतर अनुक्रमण तकनीक है जो अल्ट्रा-हाई थ्रपुट, स्केलेबिलिटी और गति प्रदान करती है। तकनीक का उपयोग पूरे जीनोम या डीएनए या आरएनए के लक्षित क्षेत्रों में न्यूक्लियोटाइड के क्रम को निर्धारित करने के लिए किया जाता है।
डा0 रावत ने कहा कि सरकार पर्वतीय सुदूरवर्ती क्षेत्रों के साथ ही मैदानी इलाकों में चिकित्सा के लिए लगातार कार्य कर रही है ताकि आमजनमानस को बेहतर चिकित्सा मिल सके। उन्होंने कहा इसके लिए सरकार अस्पतालों के महत्वपूर्ण पदों लैब टेक्नीशियन, ओटी टेक्नीशियन आदि टेक्निशियन के 350 पदों के लिए के लिए भर्ती शीघ्र की जायेगी। इससे हमारे प्रदेश के समस्त चिकित्सालयों में टेक्नीशियनों कमी दूर होगी वही आमजनमानस को इसका लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा मेडिकल कालेज में 25 करोड की लागत से बनने वाले आडिटोरियम का प्रदेश के मुख्यमंत्री द्वारा आगामी माह में उद्घाटन किया जायेगा।
इस अवसर पर विधायक डा0 मोहन सिंह बिष्ट, जिलाध्यक्ष प्रताप बिष्ट, प्रवक्ता हेमंत द्विवेदी, प्रकाश रावत, चंदन बिष्ट, मदन फर्त्याल, बसंत सनवाल, डा0 अनिल कपूर डब्बू, प्रकाश हर्बोला,प्रताप रैक्वाल के साथ ही मुख्य चिकित्सालधिकारी डा0 भागीरथी जोशी, प्राचार्य डा0 अरूण जोशी, सीएमएस डा0 गोविन्द सिंह तितियाल, जनसम्पर्क अधिकारी आलोक उप्रेती के साथ ही मेडिकल कालेज के डाक्टर, प्रोफेसर एवं स्टाफ उपस्थित थे।