उत्तराखण्ड हरिद्वार

पुण्य तिथी पर संत समाज ने दी साकेतवासी महंत सुंदर दास महाराज को श्रद्धांजलि, विद्वान संत थे साकेतवासी महंत सुंदर दास महाराज-महंत विष्णु दास

हरिद्वार / साकेतवासी महंत सुंदर दास महाराज की द्वितीय पुण्यतिथी पर सभी तेरह अखाड़ों के संत महापुरूषों ने उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि अर्पित की। कनखल सन्यास रोड़ स्थित श्री मानस मंदिर आश्रम में आश्रम के महंत शम्भुदास महाराज के संयोजन में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह को संबोधित करते हुए महंत विष्णु दास महाराज ने कहा कि साकेत वासी महंत सुंदर दास महाराज विद्वान संत थे। धर्म शास्त्रों का उनका ज्ञान विलक्षण था। सनातन धर्म संस्कृति के संरक्षण संवर्द्धन में महंत सुंदर दास महाराज का योगदान सदैव स्मरणीय रहेगा। महंत शम्भुदास महाराज सौभाग्यशाली हैं कि उन्हें गुरू भाई के रूप में साकेत वासी महंत सुंदर दास महाराज का सानिध्य प्राप्त हुआ। महंत गोविंददास महाराज एवं महंत जयेंद्र मुनि ने कहा कि साकेतवासी महंत सुंदर दास महाराज ने अपने तप और विद्वता से समाज का मार्गदर्शन करने के साथ धर्म और अध्यात्म के प्रचार प्रसार में अहम योगदान दिया। महंत सूरजदास व बाबा हठयोगी ने कहा कि धर्म प्रचार में साकेतवासी महंत सुंदर दास महाराज का उल्लेखनीय योगदान रहा। सभी को उनके जीवन दर्शन से प्रेरणा लेनी चाहिए। महंत शम्भुदास महाराज ने सभी संत महापुरूषों का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि गुरूभाई साकेतवासी महंत सुंदर दास महाराज दिव्य महापुरूष थे। उनसे उन्हें हमेशा स्नेह व मार्गदर्शन प्राप्त हुआ। उन्होंने कहा कि गुरूजनों से प्राप्त ज्ञान व शिक्षाओं का अनुसरण करते हुए संत समाज के आशीर्वाद से समाज को धर्म व अध्यात्म की प्रेरणा देना और सनातन धर्म संस्कृति का प्रचार प्रसार करना ही उनके जीवन का उद्देश्य है। इस अवसर पर महंत विष्णुदास, महंत प्रेमदास, महंत बिहारी शरण, महंत अंकित शरण, महंत गोविंददास, महंत जयराम दास, महंत प्रह्लाद दास, महंत लंकेश दास सहित कई संत महापुरूष उपस्थित रहे। कार्यक्रम में उपस्थित संतों ने फिल्म आदिपुरूष में रामायण का गलत चित्रण किए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते सरकार से फिल्म पर रोक लगाने की मांग भी की।