

जिलाधिकारी संदीप तिवारी की अध्यक्षता में नगर निकायों में ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की समीक्षा बैठक जिलाधिकारी कार्यालय के वी.सी. कक्ष में आयोजित की गई। बैठक में जिले में एमआरएफ (मैटेरियल रिकवरी फैसिलिटी) एसएलएफ सेंटर(सैनिटरी लैंडफिल) की प्रगति की समीक्षा की गई। जिलाधिकारी ने अधिशासी अधिकारियों को ठोस अपशिष्ट प्रबंधन की दिशा में कार्यों में तेजी लाने और साफ-सफाई व्यवस्था को बेहतर बनाने के निर्देश दिए। उन्होंने अधिशासी अधिकारी गोपेश्वर को एमआरएफ सेंटर के लिए मानको के अनुरूप भूमि चयन के निर्देश दिए । साथ ही पूर्व में चयनित भूमि का उपयोग में नहीं लाये जाने के कारण उसे राजस्व विभाग को वापस करने के निर्देश भी दिए।
कर्णप्रयाग नगर निकाय के अधिशासी अधिकारी द्वारा आवश्यक जानकारी उपलब्ध न कराने पर जिलाधिकारी ने नाराजगी जताई। वहीं, गौचर नगर निकाय के अधिशासी अधिकारी को एमआरएफ सेंटर के लिए एयरपोर्ट अथॉरिटी से अनापत्ति प्रमाण पत्र (एनओसी) लेकर एमआरएफ सेंटर तैयार करने निर्देश दिए गए। बैठक में जिलाधिकारी ने सभी अधिशासी अधिकारियों को निर्देश दिए कि नगर क्षेत्रों में ठोस एवं गीले कूड़े का वैज्ञानिक निस्तारण अनिवार्य रूप से सुनिश्चित किया जाए।उन्होंने सभी निकायों को निर्देशित किया कि गंगा नदी के संरक्षण, नगरों की स्वच्छता एवं पर्यावरणीय संतुलन हेतु नियमित निरीक्षण और आवश्यक सुधारात्मक कार्रवाही सुनिश्चित करें। बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डॉ अभिषेक त्रिपाठी, नमामि गंगे के कोऑर्डिनेटर गोविन्द बुटोला, समस्त अधिशासी अधिकारी और वी सी के माध्यम से सभी उपजिलाधिकारी उपस्थित रहे।