
महाकुंभ की भगदड़ में लापता हुआ शख्स अपनी ही तेरहवीं की दावत खाने पहुंचा.
लोगों को गर्म पूड़ी और रायता मांगता देख हुआ हैरान, परिजनों ने मृत मानकर दे डाली थी दावत.

इलाहबाद के निवासी खूंटी गुरू को अभी मुआवज़ा 25 लाख भी नहीं मिला था, कि बेचारा जीवित ही पहुंच गया दावत खाने।