लव कुमार शर्मा, हरिद्वार/ विधायक रवि बहादुर के समर्थन में कांग्रेस भी कूद पड़ी। प्रदेश कांग्रेस सचिव अनिल भास्कर ने प्रेस क्लब में प्रेसवार्ता कर अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्री महंत रविंद्र पूरी के खिलाफ हल्ला बोला। उन्होंने कहा कि निरंजनी अखाड़े के श्री महंत रविन्द्र पुरी ने 2 दिन पहले वीडियो के माध्यम से कहा है कि विधायक रवि बहादुर जनता से माफ़ी मांगे वर्ना उनके साथ जो सुलूक होगा उसकी जिम्मेदारी उनकी होंगी। उनका यह बयान आपराधिक रूप वाली खुली धमकी है। जिस पर तत्काल कार्यवाही की मांग करते है। श्री महंत यह भी बताये कि कौन सा सुलूक विधायक के साथ होगा और कौन करेगा। इसके लिए ज्वालापुर कोतवाली में तहरीर दी जा चुकी है जिस पर मुकदमा दर्ज कर पुलिस तत्काल कार्यवाही करें। किसी भी धर्म के आस्था के स्थान क़ो तोड़ा जाना और उस पर खुश होना हिन्दू या सनातन धर्म नहीं है यह काम औरंगजेब के शासन में हुआ था या अब हो रहा है। हम मंदिर या अन्य कोई भी स्थल तोड़े जाने के विरोध में है यदि आवश्यकता हो तो उसके लिए एक नियम व नीति आवश्यक है, परन्तु आज तो मंदिर भी इस प्रकार तोड़े जा रहे है जैसे औरंगजेब काल में तोड़े गए थे और माननीय रविन्द्र पुरी जी तब चुप रहते है। कांग्रेस के लोग तो सभी पौराणिक व नियमों के आधार पर स्थित धार्मिक स्थलों के साथ खडे है।
उन्होंने अभी तक सनातन व हिन्दू समाज के लिए क्या किया है जिससे हिन्दू समाज में फ़ैल रही कुरीतियों पर रोक लग सके। शहर में अनेकों स्थलों पर नशे के अड्डे बन गए है उन पर रोक के लिए श्रीमहंत ने क्या किया है। आम सनातनी क़ो दैनिक और विशेष अवसरों पर जन्म से लेकर अंतिम संस्कार तक, क्या संस्कार किये जाते है उसकी जानकारी लगभग नहीं होती है उसके जागरूकता के लिए श्रीमहंत ने कभी कोई कार्य किया है तो बताये, यही असली कार्य उनका है।
निरंजनी अखाडा, अखाडा परम्परा में उच्च अखाडा माना जाता है यह अखाडा बीजेपी का नहीं बल्कि यहाँ के अनुयायी और दानदाता तक सब आमजन होते है जो विभिन्न पार्टियों के समर्थक भी है परन्तु श्रीमहंत रविन्द्र पुरी इस गद्दी का अपमान कर रहे है।
वह हिंदू हित की बात करते है परन्तु माँ मनसा माता मंदिर में गरीब दुकानदारों से लेकर वहां जाने वाले श्रद्धालुओ का शोषण हो रहा है। उस पर रविन्द्र पुरी शांत है तब उनका हिन्दू प्रेम कहां जाता है। पिछले 3-4 सालों में मंदिर में व्यवस्थाएं इतनी खराब हो चुकी है। माँ के दर्शन करने वालो का मन आहत होता है खासकर स्थानीय श्रद्धालुओ का।
यदि वास्तव में वह हिन्दू और सनातन प्रेमी है तो आज से मनसा देवी मंदिर के गरीब दुकानदारों के हित व श्रद्धालुओ की सुविधाएं के लिए काम करें।
हमें यह कहते हुए कि दुख हो रहा है कि रविन्द्र पुरी निरंजनी अखाड़े की पवित्र गद्दी का अपमान कर रहे थे तथा भाजपा के एजेंट बन कर पवित्र भगवा रंग का भी, जिस रंग के वह कपडे पहनते है वह रंग हर सनातनी के लिए सम्मान का रंग होता है। अतः श्रीमहंत यदि इस रंग का सम्मान नहीं रख पा रहे है तो तत्काल निरंजनी अखाड़े का सर्वोच्च पद छोड़े, इसके लिए भी हम सभी सम्मानित अखाड़ों और निरंजनी अखाड़े के अन्य वरिष्ठ संतो क़ो पत्र लिखकर निवेदन करने जा रहे है।
इसके अतिरिक्त हम काजल पुरी केस की सीबीआई जाँच की मांग एसएसपी के माध्यम से मुख्यमंत्री से करने जा रहे है। जिसमे यह जाँच भी हो कि किस संत के साथ वह महिला अन्य शहरों में गई थी और जो अपराध उसने किया है उसके पीछे की वास्तविक कहानी क्या है जो सबके सामने आये।
अखाडा परिषद के पूर्व अध्यक्ष ब्रह्मलीन स्वामी नरेन्द्र गिरी की हत्या की भी विस्तृत जाँच की मांग हम केंद्र से करने जा रहे है।
इसके अतिरिक्त कांग्रेस पार्टी आम जनता के बीच जाकर इस प्रकार के संतो से सवाल करेंगे कि वह बताये कि संत बनने के बाद व सम्मानित गद्दी पर विराजमान होने पर वह जातीय भेद भाव व दलित विरोधी आचरण करके कैसे समाज क़ो आगे ले जा सकते है और यह सवाल भी पूछेंगे कि जनहित में वह क्या कार्य करते है जिससे हिन्दू/सनातन धर्म का उत्थान हो। हम जनता क़ो यह भी बताएँगे कि हमें किस प्रकार अच्छे संत और स्वार्थी मतलबी संत के अंतर क़ो समझना होगा। यह कार्य हम विभिन्न कॉलोनी में जाकर वहां से रविन्द्र पुरी महाराज क़ो पत्र लिखेंगे और पत्र क़ो सार्वजनिक भी करेंगे, जवाब ना मिलने पर आंदोलन भी किया जायेगा। इस अवसर पर पूर्व महानगर अध्यक्ष संजय अग्रवाल, हिमांशु बहुगुणा, महरूफ सलमानी, सपना सिंह, स्वाति, अंकुर आदि उपस्थित थे।