उत्तराखण्ड धार्मिक हरिद्वार

श्रीमद् देवी भागवत कथा के श्रवण से पितरों को मिलता है मोक्ष- पंडित पवन कृष्ण शास्त्री


हरिद्वार / श्री राधा रसिक बिहारी भागवत परिवार सेवा ट्रस्ट के तत्वाधान में शास्त्री नगर में आयोजित श्रीमद् देवी भागवत कथा के नवम दिवस पर कथा व्यास भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने बताया जो भी व्यक्ति श्रद्धा एवं भक्ति के साथ नवरात्र में नौ दिनों तक व्रत रख कर मां भगवती का पूजन एवं श्रीमद् देवी भागवत कथा का श्रवण करता है। मां भगवती उसके समस्त पापों को नष्ट कर देती है। शास्त्री ने बताया कि श्रीमद् देवी भागवत महापुराण में बारह स्कंध, अठारह हजार श्लोक, तीन सौ अट्ठारह अध्याय हैं। तक्षक सर्प द्वारा जब राजा परीक्षित की मृत्यु हुई तो परीक्षित के पुत्र जनमेजय ने अपने पिता के उद्धार के लिए वेदव्यास महाराज से श्रीमद् देवी भागवत कथा का श्रवण नवरात्रि के पावन अवसर पर किया। देवी भागवत के प्रभाव से राजा परीक्षित को मोक्ष मिल गया। जो भी अपने पितरों के निमित्त श्रीमद् देवी भागवत कथा का आयोजन करता है। उसके पितरों को सद्गति व मोक्ष मिल जाता है। कथा के नौवे दिन सभी भक्तों ने यज्ञ के माध्यम से समस्त देवताओं को आहुतियां प्रदान एवं यज्ञ नारायण भगवान से सुख समृद्धि की कामना की। इस अवसर पर मुख्य जजमान आदेश शर्मा, नीति शर्मा, मीनू सचदेवा, संजय सचदेवा, पुष्पा श्रीवास्तव, पार्षद राजेंद्र कटारिया, अरुण सिंह राणा, संतोष बब्बर, विवेक भाटिया, कमलनयन गोस्वामी, बीना आहूजा, देवेंद्र कुमार, कुलदीप शर्मा, लोकेश शर्मा, रामबाबू, सूरज शुक्ला, धूमसिंह वर्मा, ओमप्रकाश कुकरेजा, शांति दर्गन, बीना धवन आदि शामिल रहे।