महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार योजना (मनरेगा) से राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का नाम हटाने के केंद्र सरकार के कथित प्रयासों ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर कर दिया। जिला कांग्रेस अध्यक्ष चिराग प्रत्यायल के नेतृत्व में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने नगर के गांधी चौक स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के समक्ष जोरदार प्रदर्शन कर केंद्र सरकार के खिलाफ तीखा आक्रोश व्यक्त किया। प्रदर्शन को संबोधित करते हुए चिराग प्रत्यायल ने कहा कि केंद्र सरकार देश के इतिहास को मिटाने और महापुरुषों के योगदान को कमजोर करने की साजिश कर रही है। उन्होंने कहा कि “जिस गांधी ने देश को आज़ादी दिलाई, उसी गांधी का नाम आज योजनाओं से हटाने की कोशिश की जा रही है, यह राष्ट्रपिता का सीधा अपमान है।
कांग्रेस नेताओं ने आरोप लगाया कि केंद्र सरकार को गरीब, मजदूर और ग्रामीणों की समस्याओं से कोई सरोकार नहीं है, बल्कि वह केवल नाम बदलो–इतिहास मिटाओ की राजनीति कर रही है। वक्ताओं ने कहा कि मनरेगा जैसी जनकल्याणकारी योजना से गांधी का नाम हटाना, गरीबों के अधिकारों पर हमला है।
कार्यकर्ताओं ने केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाज़ी करते हुए कहा “गांधी का अपमान नहीं सहेगा हिंदुस्तान”, “नाम नहीं, काम बदलो सरकार” और “इतिहास से छेड़छाड़ बंद करो।” कांग्रेस ने चेतावनी दी कि यदि केंद्र सरकार ने यह फैसला वापस नहीं लिया, तो प्रदेशभर में उग्र आंदोलन छेड़ा जाएगा और सड़क से संसद तक विरोध किया जाएगा। प्रदर्शन में वरिष्ठ नेता शैलेंद्र राय, लोकेश पांडे, राहुल कुमार, गोविंद सिंह, कैलाश बिष्ट, अजय गोरखा, अनिल कुमार, रोहित बिष्ट, सचिन महाराज, शैलेंद्र, जीवन बिष्ट, हरीश कुमार, प्रीतम सिंह, रमेश राम, अभिषेक अधिकारी, आसिफ सहित बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ता और स्थानीय नागरिक मौजूद रहे।
